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Heatwave Alert: उत्तर भारत के कुछ हिस्से मई के मध्य से ही भीषण गर्मी की चपेट में हैं जहां कुछ इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस (113 डिग्री फारेनहाइट) से अधिक चला गया है। IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को कहा कि यह हीट वेव की सबसे लंबी अवधि अवधि रही है क्योंकि देश के विभिन्न भागों में लगभग 24 दिनों तक ऐसा ही रहा है।

नई दिल्ली। भारत में मौसम मनमौजी हो गया है। कुछ क्षेत्र भीषण गर्मी और झुलसा देने वाली लू की चपेट में है तो कुछ इलाकों में मानसून मेहरबान हो गया है और झमाझम बारिश हो रही है। प्री-मानसून बारिश भी कुछ इलाकों को भिगो रही हैं। इन सबके बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी डरा रही है। आईएमडी (IMD) ने सोमवार को एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि भारत में इस बार की गर्मी की लहर (Heatwave) अब तक की सबसे लंबी अवधि रही है क्योंकि देश के विभिन्न भागों में लगभग 24 दिनों तक ऐसा ही रहा है। लोगों को आगे और भी अधिक तापमान का सामना करना पड़ेगा।

उत्तर भारत के कुछ हिस्से मई के मध्य से ही भीषण गर्मी की चपेट में हैं जहां कुछ इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया है। IMD के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा (Mrityunjay Mohapatra) ने सोमवार को कहा कि यह हीट वेव की सबसे लंबी अवधि है। इस महीने वार्षिक मानसून की बारिश के उत्तर की ओर बढ़ने के कारण पारा गिरने की उम्मीद है लेकिन महापात्रा ने चेतावनी दी (Heatwave Alert) कि आनो वाले दिनों में इससे भी बदतर स्थिति होगी। उन्होंने कहा, “अगर एहतियाती या निवारक उपाय नहीं किए गए तो हीटवेव लंबे समय तक और तीव्र रहेंगी।”

महापात्रा ने कहा कि मानवीय गतिविधियों, बढ़ती जनसंख्या, औद्योगिकीकरण और परिवहन तंत्रों के कारण कार्बन मोनोऑक्साइड, मीथेन और क्लोरोकार्बन की सांद्रता बढ़ रही है। हम न केवल खुद को बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी खतरे में डाल रहे हैं। वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी की लहरें लंबी, अधिक लगातार और अधिक तीव्र हो रही हैं।

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