प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि राजेंद्र किसी तांत्रिक के संपर्क में था। तांत्रिक का कहना था कि राजेंद्र की प्रगति की राह में उसकी पत्नी और बच्चे बाधक हैं।
वाराणसी। भदैनी क्षेत्र में सोमवार की रात एक कारोबारी ने पत्नी और तीन बच्चों की घर में ही गोली मार कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया। एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की जानकारी सामने आते ही जिले में हड़कंप मच गया। स्थानीय पुलिस के साथ ही पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल भी घटनास्थल पर पहुंच गए। मंगलवार को आरोपित ने खुद को गोली मारकर अत्महत्या कर ली। उसका शव रोहनिया क्षेत्र के एक गांव में मिला।
भदैनी स्थित पॉवर हाउस के सामने की गली में राजेंद्र गुप्ता अपनी पत्नी नीतू, बेटी गौरांगी और बेटों नवनेंद्र एवं सुबेंद्र के साथ रहता था। मंगलवार को पड़ोसियों ने काफी देर तक राजेंद्र के घर का दरवाजा बंद दिखने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस राजेंद्र के घर पहुंची तो नीतू अपने तीनों बच्चों के साथ खून से लथपथ मृत मिली। राजेंद्र घर से गायब था।
प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि राजेंद्र किसी तांत्रिक के संपर्क में था। तांत्रिक का कहना था कि राजेंद्र की प्रगति की राह में उसकी पत्नी और बच्चे बाधक हैं। संभवतः इसी वजह से राजेंद्र ने पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी। इस पर पुलिस ने राजेंद्र के साथ ही तांत्रिक की भी तलाश शुरू कर दी।
घर पर राजेंद्र गुप्ता की वृद्ध मां घर पर मौजूद थीं लेकिन उम्र अधिक होने की वजह से वे हिल-डुल पाने में असमर्थ हैं। राजेंद्र के मकान में करीब 15 से 20 किराएदार रहते हैं, लेकिन किसी को भी इस वारदात का अंदेशा नहीं हुआ। पुलिस ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों से भी पूछताछ की। आसपास के लोगों ने बताया कि 20 वर्ष पहले भी राजेंद्र गुप्ता कई हत्याएं कर चुका है। वह जेल में सजा काट चुका है। नीतू उसकी दूसरी पत्नी थी।
पूछताछ के साथ ही भेलूपुर पुलिस राजेंद्र गुप्ता का आराधिक इतिहास खंगाल रही है। यह भी पता किया जा रहा है कि वह तांत्रिक कौन था जिससे राजेंद्र मिलता-जुलता था।
मंगलवार को दोपहर बाद वाराणसी के ही रोहनिया थाना क्षेत्र के मीरापुर लठिया गांव में एक व्यक्ति द्वारा गोली मार कर आत्महत्या किए जाने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचे तो पता चला कि आत्महत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि आरोपी राजेंद्र गुप्ता है। उसका शव उसके ही अर्धनिर्मित मकान में पड़ा मिला।