न्यूज हवेली नेटवर्क
समुद्र के कांच जैसे पारदर्शी पानी और तट की चांदी जैसी चमकती रेत पर डूबते सूरज की बिखरी किरणों ने सुनहरा रंग भरना शुरू कर दिया और देखते ही देखते पूरा क्षेत्र सोने की तरह दमकने लगा। अद्भुत! अविश्वसनीय रूप से सुन्दर! पुरी आये हमें एक घण्टा ही हुआ था और एक अलौकिक अनुभव हमें दीप्त कर रहा था। इस अनुभव को पूरी तरह बयां करना सम्भव नहीं, यह सिर्फ महसूस करने की चीज है।
जैसा सुना था, सचमुछ वैसा ही पाया पुरी के गोल्डन बीच (Golden Beach) को, अपने नाम को सार्थक करने वाला। यह बंगाल की खाड़ी पर पूर्वी भारत के बेहतरीन समुद्र तटों में से एक है। जगन्नाथ मन्दिर के पास होने की वजह से श्रद्धालु इसको अत्यन्त पवित्र मानते हैं। तमाम भक्तजन जगन्नाथ धाम में दर्शन के लिए जाने से पहले यहां स्नान करते हैं। हर साल नवम्बर में यहां पुरी बीच महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस पांच दिवसीय उत्सव में स्थानीय लोगों के अलावा देश-विदेश से आने वाले पर्यटक भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
गोल्डन बीच (Golden Beach) दिगबारेनी स्कवायर से मेफेयर होटल के बीच 870 मीटर में फैला हुआ है। इसे ओडिशा के वन एवं पर्यावरण विभाग और केन्द्रीय पर्यावरण मन्त्रालय की विश्व बैंक से वित्त पोषित एकीकृत तटीय क्षेत्र प्रबन्धन परियोजना के तहत विकसित किया गया है।
एफईई ने दिया है “ब्लू फ्लैग”सर्टिफिकेशन
गोल्डन बीच (Golden Beach) भारत के उन आठ समुद्र तटों में शामिल है जिनको गोल्डन फाउण्डेशन फॉर एनवायरनमेंट (एफईई), डेनमार्क द्वारा 1920 में ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन (Blue Flag Certification) दिया गया था। यह सर्टिफिकेशन उन समुद्र तटों को दिया जाता है जो सबसे ज्यादा साफ और स्वच्छ होते हैं। इस टैग को पाने के लिए सम्बन्धित समुद्र तट को 33 मानदण्डों पर खरा उतरना होता है जिनमें पर्यावरण, शैक्षिक, सुरक्षा जैसे एफईई द्वारा निर्धारित मानदंड शामिल हैं। यह खिताब पाने वाले देश के अन्य समुद्र तटों में शिवराज बीच (द्वारका-गुजरात), घोघला (दीव), कासरकोड और पदुबिद्री बीच (कर्नाटक), कप्पड़ बीच (केरल), रुशिकोंडा बीच (आंध्रप्रदेश), कोवलम (तमिलनाडु), ईडन (पुडुचेरी) तथा राधानगर बीच (अण्डमान-निकोबार) शामिल हैं।
कब जायें गोल्डन बीच (When to go to Golden Beach)
अप्रैल से मध्य जून तक यहां तेज गर्मी पड़ती है और पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इस दौरान पुरी जाने का कार्यक्रम न बनाना ही बेहतर रहेगा। मानसून के दौरान यहां जाना एक अलग ही तरह का अनुभव है पर कभी-कभी भारी परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। नवम्बर से जनवरी के बीच यहां का तापमान 10 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और मौसम बहुत ही सुहावना होता है।
ऐसे पहुंचें गोल्डन बीच (How to reach Golden Beach)
वायु मार्ग : निकटतम हवाईअड्डा भुवनेश्वर का बीजू पटनायक इण्टरनेशनल एयरपोर्ट पुरी से करीब 58 किलोमीटर दूर है।
रेल मार्ग : यह विश्व प्रसिद्ध समुद्र तट पुरी रेलवे स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर है। हावड़ा, दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ, बंगलुरु, चेन्नई जबलपुर, ऋषिकेश, जोधपुर, गांधीधाम आदि से यहां के लिए ट्रेन सेवा है।
सड़क मार्ग : पुरी के लिए भुवनेश्वर, कटक, राउरकेला आदि से बस और टैक्सी मिल जाती हैं।