News Haveli Network, बैतूल। (Bank Embezzlement) भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फार्मेट में खेल चुके नमन ओझा (Naman Ojha) के पिता विनय कुमार ओझा (Vinay Kumar Ojha) को 1.25 करोड़ रुपये के गबन के मामले में अदालत ने 7 साल की जेल (Jail Sentence) और 14 लाख रुपये के जुर्माना की सजा सुनाई है। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा शाखा में वर्ष 2013 में गबन का यह मामला सामने आया था। इस 11 साल पुराने केस में मुलताई के अपर सत्र न्यायालय ने अब सजा सुनाई है।
2013 के इस मामले में विनय ओझा की पहले भी गिरफ्तारी हुई थी। बैतूल पुलिस ने उन्हें वर्ष 2022 में मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया था। विनय ओझा के खिलाफ वर्ष 2014 में गबन और अन्य संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। उसके बाद से वह फरार चल रहे थे।
यह था मामला
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की जौलखेड़ा शाखा में 34 फर्जी खाते खोलकर 1.25 करोड़ की धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। बहुत ही शातिर तरीके से किसान क्रेडिट कार्ड से लिये गए ऋण को इन खातों में स्थानांतरित कर दिया गया। 2014 में मामले का खुलासा होने के बाद बैंक शाखा के प्रबंधक अभिषेक रत्नम, सहायक प्रबंधक विनय कुमार ओझा, एकाउंटेंट नीलेश छात्रोले, दीनानाथ राठौड़ सहित अन्य पर मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में अभिषेक रत्नम को भी 10 साल की सजा सुनाई गई है जबकि अन्य 2 कर्मचारियों को अदालत ने 7 साल की सजा सुनाई है। मंगलवार को चारों दोषियों को सजा सुनाई गई। सजा के बाद विनय कुमार ओझा को अदालत से सीधे जेल भेज दिया गया। अन्य तीन आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।
नमन ओझा का करियर
नमन ओझा ने 2000-01 में मध्य प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में शुरुआत की थी। 41 साल के नमन ने भारतीय टीम के लिए तीनों फॉर्मेट खेले हैं। उन्होंने 1 टेस्ट, 1 वनडे और 2 टी20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके नाम टेस्ट में 56, वनडे में एक तो टी20 में 12 रन हैं। नमन ओझा ने आईपीएल भी खेला है। उन्होंने 2009 से 2018 के दौरान आईपीएल में 113 मैच खेले जिसमें उनके नाम 1554 रन हैं। इस दरान उन्होंने 6 अर्धशतक लगाए। वह भारतीय ओ टीम के कप्तान भी रहे।