News Haveli, मुंबई। (Mumbai Drugs Seized) मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को नशीले पदार्थों की बरामदगी के मामले में एक बड़ी कामयाबी मिली है। एक पुख्ता सूचना पर एनसीबी को बीती 31 जनवरी को यह सफलता मिली। एक सप्ताह की गहन जांच के बाद इसकी जानकारी साझा की गई है जिसके अनुसार इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार (Drugs smuggler arrested) किया गया है। नवी मुंबई में की गई इस कार्रवाई में अलग-अलग किस्म की करीब 200 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद हुई है। (Drugs worth Rs 200 crore seized)
एनसीबी के अनुसार, इस कार्रवाई में 11.540 किलोग्राम हाई क्वालिटी कोकीन (Cocaine), 4.9 किलोग्राम हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक चरस/गांजा (Charas) और 200 पैकेट (5.5 किलोग्राम) कैनबिस (Cannabis) जब्त की गई है। एनसीबी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, इस साल जनवरी में 200 ग्राम कोकीन की जब्ती के दौरान जब जांच आगे बढ़ाई गई तब कई और बातों का भी खुलासा हुआ। इस जानकारी के आधार पर एनसीबी मुंबई की टीम ने आगे की कार्रवाई करना शुरू की।
तस्करों तक ऐस पहुंची एनसीबी की टीम
एनसीबी तकनीकी और ह्यूमन इंटेलिजेंस के जरिए तस्करी के स्रोत तक पहुंचने में कामयाब रही। टीम ने 31 जनवरी को नवी मुंबई से 11.540 किलोग्राम हाई क्वालिटी का कोकीन, 4.9 किलोग्राम हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक चरस/गांजा और 200 पैकेट कैनबिस गमियां और 1,60,000 रुपये कैश बरामद किया।
200 करोड़ के ड्रग्स का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
एनसीबी की ओर से बताया गया है कि ने बताया कि शुरुआत में मुंबई में एक अंतरराष्ट्रीय कोरियर एजेंसी से एक पार्सल बरामद किया गया था। इस पार्सल को ऑस्ट्रेलिया भेजा जाना था। जांच आगे बढ़ने पर पता चला कि इसका और कंसाइनमेंट नवी मुंबई में छुपाया गया है।
अब तक की गई जांच से पता चला है कि इस सिंडिकेट को विदेश में बैठा एक ग्रुप चला रहा है। जब्त किए गए कुछ प्रतिबंधित ड्रग्स अमेरिका से मुंबई लाए गए थे। इनको छोटी कार्गो सेवाओं और ह्यूमन कैरियर के जरिए भारत और विदेश में कई रिसीवरों को भेजा जा रहा था।
एक दूसरे से अनजान, फिर भी बेच रहे थे ड्रग्स
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस मामले में शामिल लोग एक-दूसरे से पूरी तरह से अनजान हैं। ये लोग ड्रग्स की तस्करी के लिए हर दिन बातचीत के लिए गलत नामों का इस्तेमाल करते हैं। इस मामले में अब तक 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ड्रग्स सिंडिकेट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज की पहचान करने के लिए जांच चल रही है।