मुंबई। नेटफ्लिक्स की विवादित ओटीटी सीरीज “IC 814- द कंधार हाईजैक” (IC 814- The Kandahar Hijack) का डिस्क्लेमर बदला जाएगा। अब सीरीज के ओपनिंग डिस्क्लेमर में ही विमान अपहरकर्ताओं के वास्तविक और कोड नाम दिखेंगे। दरअसल, इस सीरीज में आतंकवादियों के हिंदू नामों पर विवाद था और इसे बैन करने की मांग की गई थी। इस पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजकर सफाई मांगी। इसके बाद नेटफ्लिक्स की इंडिया कंटेंट हेड मोनिका शेरगिल मंगलवार को मंत्रालय पहुंचीं।
सीरीज में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट को हाईजैक करने वाले आतंकवादी, पूरी घटना के दौरान वास्तविक नामों की बजाय कोड नेम जैसे बर्गर, चीफ, शंकर और भोला इस्तेमाल करते नजर आए। सोशल मीडिया पर लोगों ने “IC 814- द कंधार हाईजैक” (IC 814- The Kandahar Hijack) में विमान अपहर्ताओं के हिंदू नामों को लेकर आपत्ति जताई। आरोप लगाया कि यह आतंकवादियों के रियल नाम छिपाने की कोशिश है। “IC 814- द कंधार हाईजैक” सीरीज 29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई।
जो नाम थे, वही हमने दिखाएः नेटफ्लिक्स
मंत्रालय में बैठक के बाद नेटफ्लिक्स की तरफ से बयान जारी किया गया है कि आतंकवादियों के हिंदू नाम असल में उनके कोड नेम हैं और अब भोला और शंकर के साथ डिस्क्लेमर में वमान अपहरणकर्ताओं के असली नाम भी जोड़े जाएंगे। हम हर कहानी का ओरिजिनल रिप्रेजेंटेशन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
गौरतलब है कि भोला और शंकर विमान अपहरणकर्ताओं के कोड नेम हैं। इसका जिक्र साल 2000 में केंद्रीय गृह मंत्रालय के बयान में भी है। हालांकि, आलोचकों का मानना है कि निर्माताओं को वेब सीरीज में यह स्पष्ट करना चाहिए था। अब नेटफ्लिक्स ने कहा है कि वह शो में आतंकवादियों के असली नामों के साथ एक डिस्क्लेमर जोड़ेंगे।
मंत्रालय ने कहा था, “भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का हक नहीं”
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार (2 सितंबर 2024) को कहा था “किसी को भी देश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का हक नहीं है। भारत की संस्कृति और सभ्यता का सम्मान हमेशा सर्वोपरि है। किसी भी चीज को गलत तरीके से दिखाने से पहले आपको सोचना चाहिए। सरकार इसके प्रति बेहद सख्त है।”
“IC 814- द कंधार हाईजैक” पर विवाद के 3 बिंदु
हाईकोर्ट में बैन की याचिका
दिल्ली हाईकोर्ट में सोमवार को एक जनहित याचिका के जरिए “IC 814- द कंधार हाईजैक” (IC 814- The Kandahar Hijack) को बैन करने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने फिल्म निर्माता पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया गया। यह याचिका हिंदू सेना के अध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने दायर की है।
आतंकियों के हिंदू नाम
सुरजीत सिंह ने कहा कि कि सीरीज में आतंकवादियों के हिंदू नाम दिखाए गए हैं जिनमें भगवान शिव के अन्य नाम भोला और शंकर शामिल हैं जबकि उनके असली नाम कुछ और थे। इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। विमान का अपहरण करने वाले आतंकवादियों के नाम इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी अहमद, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे लेकिन वेब सीरीज में इनके नाम बदल भोला, शंकर, चीफ, डॉक्टर और बर्गर किए गए हैं।
गलत काम छिपाने का वामपंथी एजेंडाः भाजपा
“IC 814- द कंधार हाईजैक” (IC 814- The Kandahar Hijack) के रिलीज होने के बाद पिछले दिनों भाजपा आई सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसके कंटेंट पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि निर्देशक अनुभव सिन्हा ने गलत काम को छिपाने के लिए वामपंथियों के एजेंडे का सहारा लिया। “IC 814- द कंधार हाईजैक” के विमान अपहरणकर्ता खूंखार आतंकवादी थे। उन्होंने अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने के लिए काल्पनिक नाम अपनाए थे।
“IC 814- द कंधार हाईजैक” की कहानी
इस ओटीटी सीरीज की कहानी 24 दिसंबर 1999 की सत्य घटना पर आधारित है जब पांच आतंकवादियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 को काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरते वक्त हाईजैक कर लिया था। इस विमान में 176 यात्री सफर कर रहे थे। आतंकवादी विमान को अमृतसर, लाहौर और दुबई होते हुए कंधार में ले गए। यात्रियों को सात दिन तक बंधक बना कर रखा गया था। इस दौरान विमान के अंदर यात्रियों का क्या हाल होता है,उनके परिवार वालों पर क्या बीतती है, सरकार के सामने इन यात्रियों को छुड़ाने के लिए क्या शर्त रखी जाती है, यह सब इस ओटीटी सीरीज में दिखाया गया है।
“फ्लाइट इन टु फियर” से ली गई सीरीज की कहानी
\इस सीरीज की कहानी वरिष्ठ पत्रकार श्रींजॉय चौधरी और देवी शरण की किताब “फ्लाइट इन टु फियर- द कैप्टंस स्टोरी” से ली गई है। OTT सीरीज के निर्देशक अनुभव सिन्हा हैं। 6 एपिसोड की इस सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, विजय वर्मा, दीया मिर्जा, पत्रलेखा,अरविंद स्वामी और कुमुद मिश्रा ने मुख्य भूमिका निभाई है।