ऐसे कुल विवादित मामले करीब 2.39 करोड़ रुपये के हैं। छात्र-छात्राओं को उनके रुपये तो वापस मिले ही, साथ ही उन्हें अदालत के चक्कर भी नहीं लगाने पड़े।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (National Consumer Helpline) ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी राहत दिलाई है। नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) की मदद से इन्हें करीब 1 करोड़ रुपये वापस दिलाए गए हैं। ये रुपये इन्होंने कोचिंग एडमिशन चार्ज (coaching admission charge) के तौर पर जमा किए थे। ऐसे कुल विवादित मामले अभी तक 2.39 करोड़ रुपये के हैं। इन नवयुवाओं को उनके रुपये तो वापस मिले ही, साथ ही उन्हें अदालत के चक्कर भी नहीं लगाने पड़े।
मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (Ministry of Consumer Affairs) ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से यूपीएससी सिविल सर्विसेज (UPSC Civil Services), आईआईटी (IIT), मेडिकल प्रवेश (Medical Entrance), सीए (CA) और अन्य प्रवेश परीक्षाओं के लिए कोचिंग में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओँ को बिना मुकदमेबाजी के न्याय दिलवाया गया है। विभिन्न कोचिंग संस्थानों के 656 विद्यार्थियों को अब तक नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन के जरिए रिफंड दिलवाया गया है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा, “यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है कि कोचिंग संस्थान निष्पक्ष व्यवहार का पालन करें और उपभोक्ताओं के अधिकारों का सम्मान करें।” निधि खरे ने आगे कहा, “हम उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा करेंगे। हम चाहते हैं कि कोचिंग इंस्टिट्यूट छात्रों को सही तथ्य बताएं।”
कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट (Department of Consumer Affairs) के अनुसार, विद्यार्थियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की गई है। नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन पर लगातार ऐसी शिकायतें आती रही हैं। हमने मिशन मोड में एक्शन लेते हुए विभिन्न कोचिंग संस्थानों द्वारा अपनाई जा रही अनफेयर प्रैक्टिस पर लगाम लगाई है। ऐसे कोचिंग संस्थान फीस वापस करने के मसले पर छात्र-छात्राओँ को परेशान कर रहे थे। हमने ऐसे सैकड़ों मामलों को अदालत तक जाने से पहले हो रोक दिया है। विशेष अभियान चलाकर लगभग 1 करोड़ रुपये वापस दिलाए गए हैं।
नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन को विद्यार्थों की तरफ से गलत वायदे करने, शिक्षकों का स्तर ठीक न होने और कोर्स कैंसिल करने जैसी करीब 16,276 शिकायतें पिछले 12 महीने में मिली थीं। ऐसे में इनकी समस्यायों के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई की गई। इसका फायदा देशभर के छात्र-छात्राओं को मिला है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कोचिंग संस्थानों द्वारा अनुचित व्यवहार, विशेष रूप से नामांकन शुल्क वापस करने से इनकार करने के संबंध में कई शिकायतें प्राप्त होने के बाद एनसीएच ने तेजी से इन शिकायतों को हल करने के लिए एक अभियान शुरू किया। एनसीएच को 2023-24 में छात्र-छात्राओं से 16,276 शिकायतें प्राप्त हुईं। यह आंकड़ा 2022-2023 में 5,351 और 2021-2022 में 4,815 था।