सौर ऊर्जा से जुड़े जिन कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर आरोप तय किए गए हैं, उनसे लगभग 20 वर्षों में टैक्स चुकाने के बाद 2 बिलियन डॉलर (168 अरब रुपये) से अधिक का मुनाफा होने का अनुमान है।
नई दिल्ली। (Charge sheet in America against Gautam Adani) न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अडाणी (Gautam Adani) समेत 8 लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं। अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने बीते 20 नवंबर को इस कथित फ्रॉड में अडानी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अडाणी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं। इस मामले में न्यूयॉर्क की अदालत में इन लोगों पर आरोप तय कर दिए गए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गौतम अडाणी और सागर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। इस पूरे मामले पर अभी तक अडाणी समूह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ब्लूमबर्ग के बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, 85 बिलियन डॉलर (7000 अरब रुपये) से अधिक की संपत्ति वाले गौतम अडाणी मुकेश अंबानी के बाद एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। वह अडानी ग्रुप के संस्थापक हैं। सौर ऊर्जा से जुड़े जिन कॉन्ट्रैक्ट्स को लेकर आरोप तय किए गए हैं, उनसे लगभग 20 सालों में टैक्स चुकाने के बाद 2 बिलियन डॉलर (168 अरब रुपये) से अधिक का मुनाफा होने का अनुमान है।
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड से जुड़ा है मामला
यह पूरा मामला अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (ADANI GREEN ENERGY LIMITED) और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को यह मामला अमेरिकी अदालत में दर्ज किया गया जिसकी सुनवाई बुधवार को हुई। अडाणी के अलावा शामिल 7 अन्य लोग सागर अडाणी, विनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा और रूपेश अग्रवाल हैं।
अडाणी पर आरोप है कि रिश्वत के इन रुपयों को जुटाने के लिए अमेरिकी, विदेशी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला गया। सागर और विनीत अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारी हैं। सागर, गौतम अडाणी के भतीजे हैं।
अमेरिका में मामला इसलिए दर्ज हुआ, क्योंकि प्रोजेक्ट में अमेरिका के इन्वेस्टर्स का पैसा लगा था और अमेरिकी कानून के तहत उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अपराध है।
बुधवार को ही अडाणी ने 20 ईयर ग्रीन बॉन्ड की बिक्री से 600 मिलियन डॉलर (5064 करोड़ रुपए) जुटाने की घोषणा की थी। इसके कुछ घंटों बाद उन पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं।
गौतम अडाणी के भतीजे, सागर ने अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र की डिग्री ली है। सागर 2015 में अडाणी ग्रुप में शामिल हुए। वह ग्रुप के एनर्जी बिजनेस और फाइनेंस को मैनेज करते हैं। वह रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस में फोकस करते हैं और 2030 तक कंपनी को दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूसर बनाने की योजना बना रहे हैं।
अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के पास 20 गीगावाट से ज्यादा का क्लीन एनर्जी पोर्टफोलियो है जिसमें देश के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में दुनिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्रों में से एक शामिल है। अडाणी ग्रुप ने 2030 तक इस सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है। कंपनी का मार्केट कैप 1.85 लाख करोड़ रुपये है।
अडाणी एंटरप्राइजेज में 21.73% की गिरावट
अडाणी ग्रुप के सभी 10 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। अडाणी एंटरप्राइजेज में सबसे ज्यादा 21.73% की गिरावट है जबकि अडाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर में 18.02% की गिरावट है।
कांग्रेस ने जेपीसी जांच की मांग
अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच की मांग की है। अमेरिकी अटॉर्नी कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा – अमेरिकी अटॉर्नी ऑफिस की ओर से अडाणी और उनसे जुड़े अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाना उस मांग को सही ठहराता है जो कांग्रेस जनवरी 2023 से कर रही है।
पिछले हफ्ते किया था अमेरिका में निवेश का ऐलान
अडाणी ने हाल ही में अमेरिका में 10 बिलियन डॉलर (84406 करोड़ रुपए) निवेश करने का ऐलान किया था जिससे 15,000 नौकरियां बढ़ने की उम्मीद जताई थी।