शुक्रवार, 10 मई को श्री गंगोत्री धाम, श्री यमुनोत्री और श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार, 12 मई को खोले जाएंगे। चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण की व्यवस्था अनिवार्य की गयी है। इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण पूर्व में ही खोल दिए गए थे।
Char Dham Yatra Date 2024 ऋषिकेश। तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था यहां से रवाना होने के साथ ही उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध चार धाम यात्रा (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) आज गुरुवार, 09 मई 2024 को आरम्भ हो गयी। इस यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आ रहा है। यहां के यात्रा ट्रांजिट कैंप में पंजीकरण के लिए दूसरे दिन भी तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। चारधाम यात्रा के लिए बुधवार तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीयन करा चुके हैं। मंदिर समिति ने यात्रा के दौरान मोबाइल से रील न बनाने की अपील की है। (Char Dham Yatra 2024)
शुक्रवार, 10 मई को श्री गंगोत्री धाम, श्री यमुनोत्री धाम और श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार, 12 मई को खोले जाएंगे। चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण की व्यवस्था अनिवार्य की गयी है। इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण पूर्व में ही खोल दिए गए थे। (Char Dham Yatra 2024 begins in Uttarakhand, registration mandatory)
यात्रियों का पंजीकरण अनिवार्य
बुधवार से ऋषिकेश और हरिद्वार में आफलाइन पंजीकरण भी आरम्भ कर दिए गए हैं। ऑफलाइन पंजीकरण के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गुरुवार को ऋषिकेश से चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना किया गया।
अगर आपने अभी तक रजिस्ट्रशन यानी पंजीकरण नहीं कराया है तो तुरंत ये काम करा लें क्योंकि बिना रजिस्ट्रेशन के आप चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे। आप चाहे तो चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra Registration) के लिए ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन दोनों माध्यम से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। अगर आप गाड़ी से जा रहे हैं, तो ऋषिकेश से ऊपर उत्तराखणड पुलिस आपसे रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी लेगी। इसके लिए पुलिस ने अपने इंतजाम किए हैं। अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जा रहे हैं तो फिर आपको रजिस्ट्रेशन पास की जरूरत गौरीकुण्ड पर पड़ेगी। गौरीकुण्ड वह जगह है जहां से केदारनाथ की पैदल यात्रा शुरू होती है। गौरीकुण्ड में पुलिस हर साल एक चेकपोस्ट बनाती है और फिर रजिस्ट्रेशन की स्लिप देखकर आगे जाने देती है।
ऐसे में जो यात्री रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे, वे परेशानी में पड़ सकते हैं. रजिस्ट्रेशन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इससे आपकी सारी जानकारी सरकार के पास रहती है। केदारनाथ की कठिन यात्रा के दौरान अगर आपको कोई परेशानी आती है तो फिर आपसे संपर्क किया जा सकता है।
चारधाम यात्रा के लिए ऐसे कराए ऑनलाइन पंजीकरण
चारधाम यात्रा पर जाने की चाह रखने वाले श्रद्धालुओ को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in के साथ-साथ touristcareuttarakhand ऐप, टोल फ्री नंबर 0135 1364 और वाट्सऐप नंबर 91-8394833833 के जरिए भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई हैं। इसके अलावा touristcare.uttarakhand@gmail.com पर ईमेल भेजकर या लैंडलाइन नंबर 0135-1364, 0135-2559898, 0135-2552627 पर कॉल करके भी चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
कैसे करा सकते हैं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
तीर्यात्री हरिद्वार पहुंचने के बाद राही मोटल (RAHI MOTEL GMVN Haridwar) और ऋषिकेश में यात्री रजिस्ट्रेशन ऑफिस और ट्रांजिट कैंप में चारों धामों की यात्रा के लिए अधिकतम तीन दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। यहां अलग- अलग धामों जैसे ऋषिकेश में 1000 और हरिद्वार में प्रतिदिन 500 यात्रियों की संख्या निर्धारित की गई है।
मंदिर समिति यात्रियों से अपील
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि चार धाम यात्रा की तैयारियां पूरी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने फिलहाल 25 मई तक सभी राज्यों से वीआईपी, वीवीआईपी को दर्शन के लिए न आने का अनुरोध किया है। समिति अध्यक्ष ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे भक्तिभाव से दर्शन करने आएं, सोशल मीडिया की रील बनाने से बचें। मंदिर समिति भविष्य में मोबाइल को प्रतिबंधित करने पर भी विचार कर रही है।