इन लोगों ने अपनी जगह सॉल्वर बैठाये थे। अब सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये सभी चयन और प्रशिक्षण के बाद दरोगा बन चुके हैं।
लखनऊ। (UP Police Sub Inspector Recruitment Scam) उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में उप निरीक्षक, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी। उच्च स्तरीय जांच में सामने आया है कि इस परीक्षा में सॉल्वर गैंग ने सेंध लगाई थी और 7 अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था। इनमें 2 महिला अभ्यर्थी थीं। . इतना ही नहीं, इन लोगों ने प्रशिक्षण पूरा कर तैनाती भी ले ली। यहां के हुसैनगंज थाने में इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड के निरीक्षक सत्येंद्र कुमार ने इसके लिए तहरीर दी थी।
दरअसल, 2020-21 दरोगा भर्ती को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एक रिट याचिका दाखिल की गई थी जिसमें ऑनलाइन परीक्षा में सॉल्वर के जरिए पास होने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद हाई कोर्ट के निर्देश पर पुलिस भर्ती बोर्ड की उच्च स्तरीय कमेटी ने मामलों की जांच की थी।
यूपी पुलिस भर्ती में धांधली के मामले में अलीगढ के रहने वाले गौरव कुमार, एटा निवासी मालती, बुलंदशहर निवासी निर्भय सिंह जादौन, मेरठ निवासी रोहित कुमार, आगरा निवासी ज्योति, गोरखपुर निवासी घनश्याम जयसवाल और महराजगंज निवासी सुधीर कुमार गुप्ता पर एफआईआर दर्ज हुई है। गौरव कुमार ने 13 नवंबर 2021 को जानकीपुरम विस्तार लखनऊ के कॉस्मो फाऊंडेशन में ऑनलाइन परीक्षा दी थी। मालती ने आगरा के एसपीएस इन्फोटेक श्री प्रताप सिंह डिग्री कॉलेज में 17 नवंबर 2021 को ऑनलाइन परीक्षा दी थी। निर्भय सिंह जादौन ने 20 नवंबर 2021 को सिकंदरा (आगरा) में यश इन्फोटेक में ऑनलाइन परीक्षा दी थी। रोहित कुमार ने 27 नवंबर 2021 को लखनऊ के छात्र शक्ति इन्फो सॉल्यूशन कुर्सी रोड पर ऑनलाइन परीक्षा दी थी। इन सभी के बायोमीट्रिक मिलान अलग-अलग पाए गए। यानी इन लोगों ने अपनी जगह सॉल्वर बैठाये थे। अब सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ये सभी चयन और प्रशिक्षण के बाद दरोगा बन चुके हैं।