सूचना मिली थी कि नक्सली ओडिशा के रास्ते छत्तीसगढ़ के जंगल में घुसे हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया।
सुकमा। (Chhattisgarh Naxalite Encounter) छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुकमा जिले के कोन्टा के भेज्जी इलाके में नक्सलियों के साथ बड़ी मुठभेड़ में नक्सलियों का बड़ा नुकसान हुआ है। मौके से 10 नक्सलियों के शव मिले हैं। 3 स्वचालित हथियारों समेत बड़ी संख्या में हथियार और गोली-बारूद भी बरामद हुए हैं। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान जारी है।
सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को सुबह ही नक्सलियों के साथ जवानों की मुठभेड़ शुरू हो गई थी। दोनों तरफ से सैकड़ों राउंड फायरिंग हुई है। दरअसल, डीआरजी की टीम नक्सलियों की घेराबंदी के लिए निकली थी। सूचना मिली थी कि नक्सली ओडिशा के रास्ते छत्तीसगढ़ के जंगल में घुसे हैं। सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। डीआरजी जवानों के साथ सीआरपीएफ के जवान भी मुठभेड़ में शामिल रहे।
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। मारे गए नक्सलियों की संख्या और हथियारों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों ओर से गोलीबारी हुई। सुकमा के एसपी ने नक्सलियों के शव मिलने की पुष्टि कर दी है। कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम, भंडारपदर के जंगल-पहाड़ी इलाके में यह मुठभेड़ हुई है।
यह मुठभेड़ उस समय हुई जब जवान इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। दोनों ओर से काफी देर तक गोलीबारी हुई।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सुरक्षाबलों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सरकार नक्सलवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।