यूपीआई 123पे फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक त्वरित भुगतान प्रणाली है जो सुरक्षित तरीके से एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस का उपयोग कर सकते हैं।
नई दिल्ली। (UPI Lite Transaction Limit) भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने इस साल रेपो रेट में भले ही कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया हो पर यूपीआई लेनदेन करने वालों पर मेहरबान रही। आरबीआई ने बुधवार को यूपीआई 123पे के लिए प्रति लेनदेन की सीमा 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये और यूपीआई लाइट वॉलेट की सीमा को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये करने की घोषणा की है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह जानकारी दी। आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, इस सीमा को बढ़ाने का प्रमुख उद्देश्य उपयोगकर्ताओं के लिए डिजिटल भुगतान की उपयोगिता को बढ़ाना और छोटे लेनदेन के लिए यूपीआई लाइट वॉलेट के उपयोग को आसान बनाना है। (RBI MPC Meeting 2024)
UPI लाइट वॉलेट की सीमा बढ़ाने से होगा यूजर्स को फायदा
UPI पे यूजर को इंटरनेट कनेक्शन के बिना डिजिटल भुगतान करने की अनुमति देता है, सीमित इंटरनेट पहुंच वाले क्षेत्रों में लोगों की मदद करने के लिए इसे डिजाइन किया गया है। हर लेनदेन सीमा को बढ़ाकर 10,000 रुपये करके RBI का मुख्य लक्ष्य बड़े लेनदेन को सक्षम करना है जिससे यूजर्स को अधिक सुविधा मिल सके। इसी तरह UPI लाइट वॉलेट, जो हर लेनदेन के लिए बैंक प्राधिकरण की आवश्यकता के बिना वॉलेट से सीधे छोटे-मूल्य के लेनदेन की सुविधा देता है, इसकी सीमा बढ़कर 5,000 रुपये हो जाएगी।
यह वृद्धि UPI लाइट को उन उपयोगकर्ताओं के लिए अधिक सुविधाजनक बनाएगी जो लगातार कम-मूल्य के लेनदेन के लिए इस पर निर्भर हैं, जिससे उन्हें वॉलेट में अधिक धनराशि आर्काइव करने और बार-बार टॉप-अप किए बिना तेज भुगतान करने की अनुमति मिलती है। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, UPI नेटवर्क ने सितंबर में 500 मिलियन से अधिक दैनिक लेनदेन संसाधित किए हैं। लगातार पांचवें महीने लेनदेन का मूल्य ₹20 लाख करोड़ के निशान से ऊपर रहा। सितंबर में एवरेज दैनिक लेनदेन मूल्य ₹68,800 करोड़ हो गया जो अगस्त में ₹66,475 करोड़ था।
यूपीआई के माध्यम से टैक्स पेमेंट की सीमा बढ़ाई
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने अगस्त से पहले सप्ताह में इस बात की जानकारी दी थी कि कुछ कैटेगरी के पेमेंट को छोड़कर, जिनमें ट्रांजेक्शन लिमिट ज्यादा है, यूपीआई के लिए पेमेंट की सीमा 1 लाख रुपये है। वहीं, अगस्त में यूपीआई के माध्यम से टैक्स पेमेंट की सीमा को 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये प्रति ट्रांजेक्शन करने का फैसला लिया गया है। इस कदम से ग्राहकों को यूपीआई के माध्यम से टैक्स पेमेंट करने में आसानी होगी। वहीं, अगस्त में आरबीआई ने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) और रिटेल डायरेक्ट स्कीम की सीमा प्रति लेनदेन 5 लाख रुपये तक तय किया था। इसके अलावा यूपीआई में लेनदेन की कुछ खास कैटेगरी जेसे कैपिटल मार्केट, इंश्योरेंस, फॉरेन इन्वार्ड रेमिटेंस, कलेक्शन के लिए यूपीआई की सीमा 2 लाख रुपये तक है।
यूपीआई 123पे प्रदान करता है लेनदेन के लिए चार तरीके
यूपीआई 123पे फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक त्वरित भुगतान प्रणाली है जो सुरक्षित तरीके से एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस का उपयोग कर सकते हैं। यूपीआई 123पे के माध्यम से, फीचर फोन उपयोगकर्ता आईवीआर (इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करके, फीचर फोन में ऐप कार्यक्षमता, मिस्ड कॉल-आधारित दृष्टिकोण और निकटता ध्वनि-आधारित प्रणाली के माध्यम से लेनदेन कर सकते हैं। यह सुविधा अब 12 भाषाओं में उपलब्ध है।