Aparna Shaktipeeth: अपर्णा शक्तिपीठ शेरपुर बोगुरा स्टेशन से 28 किलोमीटर दूर है। इसकी शक्ति है अर्पण और भैरव हैं वामन। यहां भैरव रूप भगवान शिव के दर्शन करने के पश्चात माता की शरण में जाने का विधान है।
न्यूज हवेली नेटवर्क
बांग्लादेश के बोगुरा जिले के भवानीपुर गांव के पास करतोया नदी के तट पर माता सती की पायल (तल्प) का निपात हुआ था। यह पावन स्थान अब अपर्णा शक्तिपीठ (Aparna Shaktipeeth) कहलाता है। यह स्थान शेरपुर बोगुरा स्टेशन से 28 किलोमीटर दूर है। इसकी शक्ति है अर्पण और भैरव हैं वामन। यहां भैरव रूप भगवान शिव के दर्शन करने के पश्चात माता की शरण में जाने का विधान है।
करतोया नदी का महात्म्य पुराणों में भी बताया गया है। वायु पुराण के अनुसार यह सदानीरा नदी ऋक्ष पर्वत से निकलती है। इसका जल मणि के समान उज्ज्वल है। इसको “ब्रह्मरूपा करोदभवा” भी कहा गया है। इसकी उत्पत्ति शिव-पार्वती के विवाह के समय भगवान शिव के हाथ पर डाले गये जल से हुई थी। इस कारण इसकी शिवनिर्माल्य के समान महत्ता है। इसका लंघन करने का निषेध है।
ऐसे पहुंचें भवानीपुर
बांग्लादेश की राजधानी ढाका से अपर्णा शक्तिपीठ (Aparna Shaktipeeth) करीब 158 किलोमीटर पड़ता है। ढाका के शाह जलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए दिल्ली और कोलकाता से सीधी उड़ानें हैं। ढाका से बस या टैक्सी द्वारा बोगुरा जिला मुख्यालय और वहां से भवानीपुर गांव पहुंचा जा सकता है। इस शक्तिपीठ के निकटतम रेलवे स्टेशन शेरपुर बोगुरा के लिए बांग्लादेश के प्रमुख शहरों से ट्रेन मिलती हैं।