पूछताछ करने पर पुलिस को बताया गया कि रिसॉर्ट में 7 कर्मचारी ड्यूटी पर थे लेकिन उस समय इनमें से कोई भी स्वीमिंग पूल के पास मौजूद नहीं था।
बंगलुरु। (Engineering girl students drowned) कर्नाटक के मंगलुरु (मंगलौर) जिले के उल्लाल समुद्र तट के पास एक रिजॉर्ट में वीकेंड पर मस्ती करने गईं तीन इंजीनियरिंग छात्राएं स्विमिंग पूल में डूब गईं। पुलिस ने रिजॉर्ट के मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। रिजॉर्ट को सील कर दिया गया है। उसका लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि मृत छात्राओं की पहचान निशिता एम डी (21), पार्वती एस (20) और कीर्तना एन (21) के रूप में हुई। तीनों मैसूरु की रहने वाली थीं और इंजीनियरिंग कर रही थीं। वीकेंड पर छुट्टियां मनाने के लिए तीनों रिजॉर्ट में रुकी थीं। ये युवतियां 16 नवंबर को समुद्र तट के पास वाजको रिजॉर्ट में ठहरने आई थीं।
बताया जा रहा है कि निशिता तैरना नहीं जानने के बावजूद स्विमिंग पूल में उतर गई और जब वह डूबने लगी तो उसे बचाने के लिए पार्वती ने भी पूल में छलांग लगा दी, लेकिन वह भी बाहर नहीं निकल सकीं। निशिता और पार्वती को डूबता देखकर कीर्तना ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन जल्द ही वे सभी डूब गईं। तीनं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
पुलिस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि तीनों छात्राओं से किसी को भी तैरना नहीं आता था और उस समय ड्यूटी पर कोई बचावकर्मी भी मौजूद नहीं था। घटना से जुड़े एक सीसीटीवी फुटेज में डूबने से पहले युवतियां खुद को बचाने की कोशिश और मदद मांगती हुई दिखाई दे रही हैं। फुटेज में पूल के आसपास कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था। नजर आ रहा है कि युवतियां पानी में हाथ-पांव मार रही हैं। वे चीख भी रही हैं लेकिन उन्हें बचाने कोई नहीं आया। कुछ देर पानी में तड़पने के बाद बारी-बारी से उनके शरीर की हरकत बंद हो गई।
मंगलुरु के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद मीडिया से कहा कि तीनों मैसूरु के एक इंजीनियरिंग कॉलेज की अंतिम वर्ष की छात्राएं थीं। पूल अपने उथले हिस्से में 4 फीट गहरा और गहरे हिस्से में 5.5 फीट गहरा है। पास में फुलाए हुए रबर ट्यूब भी देखे गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्विमिंग पूल वाले रिसॉर्ट्स में सुरक्षा के कुछ नियमों का पालन किया जाना चाहिए, जैसे जीवन रक्षक उपकरण, लाइफगार्ड, गहराई का उल्लेख आदि। घटनास्थल की जांच के बाद कुछ खामियां पाई गयीं। पूछताछ करने पर पुलिस को बताया गया कि रिसॉर्ट में 7 कर्मचारी ड्यूटी पर थे लेकिन उस समय इनमें से कोई भी स्वीमिंग पूल के पास मौजूद नहीं था।
पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने बताया कि कुछ खामियां पाई गईं क्योंकि सीसीटीवी फुटेज में महिलाएं मदद के लिए चिल्लाती हुई दिखाई दे रही हैं लेकिन कोई भी पूल के पास नहीं आया। उन्होंने बताया कि युवतियों की मदद करने वाला वहां कोई नहीं था या फिर स्टाफ की कमी थी, जिसकी जांच की जानी चाहिए।