News Haveli, नई दिल्ली। (2 more cases of HMPV virus found in India) कोरोना वायरस यानी कोविड-19 की तरह ही संक्रामक और घातक HMPV वायरस की मरीजों की संख्या भारत में बढ़ती जा रही है। देश में इसके केस बढ़कर 8 हो गए हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस सामने आए। यहां 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित मिला है। इससे एक दिन पहले कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2 तथा पश्चिम बंगाल और गुजरात में 1-1 केस को मिलाकर HMPV के कुल 6 मामले सामने आए थे। सभी पीड़ित बच्चे हैं। (HMPV in India)
नागपुर में संक्रमित मिले दोनों ही बच्चों को लगातार सर्दी-बुखार था। इसके बाद निजी लैब की जांच में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि दोनों को ही अस्पताल में भर्ती नहीं करना पड़ा। इलाज के बाद उनकी स्थिति नियंत्रण में है।
गौरतलब है भारत के 4 राज्यों में संक्रमण के मामले मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा था कि HMPV वायरस सामान्य है और इससे डरने की जरूरत नहीं है।
रूटीन जांच में मिला था वायरस
गुजरात के अहमदाबाद में 2 महीने के बच्चे को तबीयत खराब होने पर 15 दिन पहले हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इस बच्चे को सर्दी और तेज बुखार था। शुरुआत में 5 दिन तक उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसके बाद हुई जांचों में HMPV संक्रमण का पता चला।
कर्नाटक के दोनों केस के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ये बच्चे रुटीन जांच के लिए अस्पताल पहुंचे थे। जांच कराने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया कि बच्चों के सैंपल निजी अस्पताल में जांचे गए और उन्होंने सरकारी लैब में जांच नहीं कराई।
ऐसे प्रभावित करता है HMPV
HMPV (ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस) एक प्रकार का ऐसा वायरस है जो सांस की नली में प्रवेश करके फेफड़ों तक जाता है। कोविड 19 भी बिलकुल ऐसा ही था। दोनों वायरस के लक्षण भी एक जैसे ही हैं। हालांकि एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को संक्रमित करता है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद सबसे आम लक्षण खांसी है जो अक्सर बलगम के साथ होती है। इसके साथ हल्का बुखार भी आता है। इस वायरस से संक्रमित होने के बाद कुछ मामलों में गंभीर लक्षण आ सकते हैं। इसमें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है जो अक्सर सीने में दर्द के साथ होती है।
HMPV के साथ सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह निमोनिया भी करता है। निमोनिया एक ऐसी बीमारी है जो बच्चों की मौत का कारण बन सकती है। यह वायरस एक से दूसरे बच्चे में तेजी से फैलता है और जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) कमजोर है, वे HMPV के संपर्क में आने के बाद ज्यादा बीमार पड़ सकते हैं।