उस्ताद जाकिर हुसैन ने 73 साल की उम्र में ली अंतिम सांस; पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण और 4 ग्रैमी अवार्ड से किए गए सम्मानित
नई दिल्ली। विश्व विख्यात तबला वादक और भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित उस्ताद जाकिर हुसैन (73 वर्ष) का निधन हो गया है। सोमवार सुबह उनके परिवार ने इसकी पुष्टि की। परिवार के मुताबिक हुसैन इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस से पीड़ित थे। वे पिछले दो सप्ताह से सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) के अस्पताल में भर्ती थे। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था जहां उन्होंने आखिरी सांस ली।
जाकिर हुसैन का जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। उनके 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वे दुनिया के उन गिने-चुने कलाकारों में हैं जिनको 4 ग्रैमी अवॉर्ड मिले। इनमें से 3 इस साल की शुरुआत में 66वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में मिले थे। छह दशक लंबे अपने करियर में जाकिर हुसैन ने कई प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय और भारतीय कलाकारों के साथ काम किया।
रविवार देर रात जाकिर हुसैन के निधन की खबर आई थी। भारत के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भी उनके निधन संबंधी पोस्ट शेयर की थी लेकिन बाद में इसे हटा लिया गया था। इसके बाद जाकिर की बहन और भांजे आमिर ने जाकिर के निधन की खबर को गलत बताया था।
उस्ताद जाकिर हुसैन के पिता का नाम उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी और मां का नाम बीवी बेगम था। उस्ताद अल्लाह रक्खा भी धिनिया के बड़े तबला वादक थे। जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के माहिम स्थित सेंट माइकल स्कूल से हुई थी। उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के ही सेंट जेवियर्स कॉलेज से किया था।
जाकिर हुसैन ने सिर्फ 11 साल की उम्र में अमेरिका में पहला कॉन्सर्ट किया था। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम ‘लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड’ लॉन्च किया था।
रविवार को पहले निधन की खबर आई थी, बाद में परिवार ने खारिज की
जाकिर हसैन की बहन खुर्शीद औलिया ने कहा था, “भाई की हालत बहुत गंभीर है, उनकी सांसें बहुत तेज चल रही हैं। हम भारत और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों से उनके लिए प्रार्थना करने के लिए कह रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा था, “मैं सभी मीडिया से अनुरोध करना चाहती हूं कि जाकिर के निधन के बारे में गलत जानकारी पर ध्यान न दें। उसकी हालत बहुत गंभीर है लेकिन वे हमारे साथ हैं, वे जिंदा हैं। फेसबुक पर उनके निधन की खबरें देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है। ये बहुत गलत है।” भांजे अमीर औलिया की आईडी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई कि जाकिर हुसैन के निधन की खबरें गलत चल रही हैं। ऐसी खबर हटाई जाएं और उनके स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करें।